रानी रामपाल अनुक्रम पारिवारिक जीवन करियर उपलब्धियाँ सन्दर्भ दिक्चालन सूची"मुफ़लिसी ने सिखाई हॉकी की जादूगरी""रानी रामपाल ने हालात को दी मात, बनीं हॉकी की रानी""हॉकी की "रानी" ने रची नई कहानी""जूनियर महिला विश्व कप हॉकी में ठेलागाड़ी चलाने वाले की बेटी ने किया कमाल""पढ़ें: हॉकी के लिए रानी के संघर्ष की कहानी""महिला हॉकी- रानी 'यंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बनीं"सं
1994 में जन्मे लोगकुरुक्षेत्र के लोगहॉकी खिलाड़ीजीवित लोग2016 ओलम्पिक में भारत के खिलाड़ीभारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी
भारतहॉकीभारतीय महिला हॉकी टीमहरियाणाशाहबाद मारकंडा
व्यक्तिगत जानकारी | |
---|---|
राष्ट्रीयता | भारतीय |
निवास | शाहबाद मारकंडा, कुरुक्षेत्र ज़िला,हरियाणा |
खेल | |
देश | भारत |
खेल | हाकी |
टीम | भारत |
कोच | बलदेव सिंह |
26 सितंबर 2013 को अद्यतित। |
रानी रामपाल (जन्म : ४ दिसम्बर १९९४) भारत की एक हॉकी खिलाड़ी हैं। वे भारतीय हॉकी की 'रानी' कहलाती हैं।[1][2][3] २०१० विश्व कप में भाग लेने वाली भारतीय हॉकी टीम की वे सबसे कम उम्र की (१५ वर्ष) खिलाड़ी थीं। यह भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान है।
अनुक्रम
1 पारिवारिक जीवन
2 करियर
3 उपलब्धियाँ
4 सन्दर्भ
पारिवारिक जीवन
हरियाणा के शाहबाद मारकंडा की निवासी रानी की कहानी अपनी हिम्मत के बल पर तमाम कष्टों दुश्वारियों से सन्घर्ष करके विजयी होने की कहानी है। रानी के पिता आजीविका के लिए तांगा चलाते हैं।[4]परिवार में भाई-बहनों में रानी सबसे छोटी हैं। रानी के दो बड़े भाईं हैं। एक भाई किसी दुकान पर सहायक का काम करते हैं। उनसे बड़े भाई बढ़ई है। अपने प्रदर्शन के बाद रानी ने रेलवे में क्लर्क की नौकरी हासिल की और टीम के साथ-साथ परिवार की भी जिम्मेदारी संभाली।[5]
करियर
रानी ने करीब 4 साल पहले 14 साल की उम्र में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला। इसके बाद 2010 में 15 की उम्र में वो महिला विश्व कप में सबसे युवा खिलाड़ी बनी।[1] उन्होंने 2009 में एशिया कप के दौरान भारत को रजत पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई. वह 2010 के राष्ट्रमंडल खेल और 2010 के एशियाई खेल के दौरान भारतीय टीम का हिस्सा थीं।[3]
2013 में जूनियर महिला हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता जो कि विश्व कप हॉकी प्रतिस्पर्धा में 38 साल बाद भारत का पहला कोई मेडल है। इस जीत का श्रेय रानी रामपाल और मनजित कौर का है। वह आमतौर पर सेंटर फॉरवर्ड पर खेलती हैं।
उपलब्धियाँ
- जूनियर हॉकी विश्व कप 2013 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
- 2010 में 15 की उम्र में वो महिला विश्व कप में सबसे युवा खिलाड़ी बनी।
- रॉजारियो (अर्जेंटीना) में महिला हॉकी वर्ल्ड कप में सात गोल कर सर्वश्रेष्ठ यंग फॉरवर्ड का अवॉर्ड।
- जूनियर वर्ल्ड कप में तीसरे स्थान के लिए इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में दो गोल दाग कर 38 साल बाद भारत की झोली में मैडल डाला।
- ‘यंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’[6]
सन्दर्भ
↑ अआ "मुफ़लिसी ने सिखाई हॉकी की जादूगरी". बीबीसी हिन्दी. 5 अगस्त 2013. अभिगमन तिथि 24 सितम्बर 2013..mw-parser-output cite.citationfont-style:inherit.mw-parser-output qquotes:"""""""'""'".mw-parser-output code.cs1-codecolor:inherit;background:inherit;border:inherit;padding:inherit.mw-parser-output .cs1-lock-free abackground:url("//upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/6/65/Lock-green.svg/9px-Lock-green.svg.png")no-repeat;background-position:right .1em center.mw-parser-output .cs1-lock-limited a,.mw-parser-output .cs1-lock-registration abackground:url("//upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/d/d6/Lock-gray-alt-2.svg/9px-Lock-gray-alt-2.svg.png")no-repeat;background-position:right .1em center.mw-parser-output .cs1-lock-subscription abackground:url("//upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/a/aa/Lock-red-alt-2.svg/9px-Lock-red-alt-2.svg.png")no-repeat;background-position:right .1em center.mw-parser-output .cs1-subscription,.mw-parser-output .cs1-registrationcolor:#555.mw-parser-output .cs1-subscription span,.mw-parser-output .cs1-registration spanborder-bottom:1px dotted;cursor:help.mw-parser-output .cs1-hidden-errordisplay:none;font-size:100%.mw-parser-output .cs1-visible-errorfont-size:100%.mw-parser-output .cs1-subscription,.mw-parser-output .cs1-registration,.mw-parser-output .cs1-formatfont-size:95%.mw-parser-output .cs1-kern-left,.mw-parser-output .cs1-kern-wl-leftpadding-left:0.2em.mw-parser-output .cs1-kern-right,.mw-parser-output .cs1-kern-wl-rightpadding-right:0.2em
↑ "रानी रामपाल ने हालात को दी मात, बनीं हॉकी की रानी". एबीपी न्यूज़. 6 अगस्त 2013. अभिगमन तिथि 24 सितम्बर 2013.
↑ अआ "हॉकी की "रानी" ने रची नई कहानी". पत्रिका डॉट कॉम. 8 अगस्त 2013. अभिगमन तिथि 24 सितम्बर 2013.
↑ मलय (6 अगस्त 2013). "जूनियर महिला विश्व कप हॉकी में ठेलागाड़ी चलाने वाले की बेटी ने किया कमाल". आजतक. अभिगमन तिथि 24 सितम्बर 2013.
↑ "पढ़ें: हॉकी के लिए रानी के संघर्ष की कहानी". आईबीएन ७. 6 अगस्त 2013. अभिगमन तिथि 24 सितम्बर 2013.
↑ "महिला हॉकी- रानी 'यंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' बनीं". बेंगलुरु: सीएनबीसी आवाज़. 16 सितम्बर 2010. अभिगमन तिथि 24 सितम्बर 2013. नामालूम प्राचल|source=
की उपेक्षा की गयी (मदद)
_श्रेणी_पृष्ठ|16px_सौन्दर्य_श्रेणी_पृष्ठ|16px_स्वास्थ्य_एवं_चिकित्सा_श्रेणी_पृष्ठ|16px_विज्ञान_श्रेणी_पृष्ठ|16px_सूचना_प्रौद्योगिकी_श्रेणी_पृष्ठ|16px_स्वतंत्रता_संग्राम_श्रेणी_पृष्ठ|16px_साहस_श्रेणी_पृष्ठ|16px_उत्पीड़न_एवं_अपराध" style="width:100%;vertical-align:middle;border;padding:3px;">
_श्रेणी_पृष्ठ|16px_सौन्दर्य_श्रेणी_पृष्ठ|16px_स्वास्थ्य_एवं_चिकित्सा_श्रेणी_पृष्ठ|16px_विज्ञान_श्रेणी_पृष्ठ|16px_सूचना_प्रौद्योगिकी_श्रेणी_पृष्ठ|16px_स्वतंत्रता_संग्राम_श्रेणी_पृष्ठ|16px_साहस_श्रेणी_पृष्ठ|16px_उत्पीड़न_एवं_अपराध"> राजनीति विधि एवं न्याय वित्त एवं अर्थव्यवस्था प्रशासन खेल साहित्य एवं शिक्षा कला सौन्दर्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विज्ञान सूचना प्रौद्योगिकी स्वतंत्रता संग्राम साहस उत्पीड़न एवं अपराध |